श्री ओगड़नाथ महादेव मंदिर में होते हैं भव्य आयोजन

  • होली पर फाग उत्सव – रंग-बिरंगे फाग गीतों, चंग और भजनों के साथ भक्त आनंदपूर्वक उत्सव मनाते हैं।

  • गुरु पूर्णिमा पर चरण पादुका पूजन – इस पावन अवसर पर खुद गुरुजी अपने गुरु की चरण पादुका का पूजन करते हैं, साथ ही शिष्यों द्वारा भी गुरुदेव के चरणों में श्रद्धा अर्पित की जाती है।

  • दीवाली पर दीप सज्जा – संपूर्ण मंदिर दीपों से सुसज्जित किया जाता है और जगमग रोशनी से वातावरण पवित्र और भक्तिमय हो जाता है।

  • सावन के पवित्र महीने में रुद्राभिषेक एवं पाट उत्सव – पूरे महीने शिवजी का विशेष रुद्राभिषेक, भजन-पूजन और धार्मिक क्रियाएं होती हैं।

  • महाशिवरात्रि पर महारुद्राभिषेक एवं चार प्रहर की रात्रि आरती – यह आयोजन अत्यंत भव्य होता है, जिसमें शिवलिंग पर रात्रि के चारों प्रहर में पूजा की जाती है।

  • शरद पूर्णिमा पर खीर का भोग – खीर का दिव्य भोग चाँदनी रात में अर्पित कर सभी भक्तों में प्रसाद रूप में वितरित किया जाता है।

  • दत्त जयंती पर गुरुदेव दत्त महाराज का पूजन – इस दिन विशेष पूजन, भजन, कथा एवं आरती आयोजित की जाती है।